Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
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सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
Victory on the husband of Girija, the compassionate Lord. He often safeguards and nurtures his devotees and children. Having a crescent moon adorning his forehead, And earrings manufactured from snakes’ hoods.
ता पर होत है शम्भु सहाई ॥ ॠनियां जो कोई हो अधिकारी ।
ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव Shiv chaisa प्रसाद तेहि होई॥
जरत सुरासुर भए विहाला ॥ कीन्ही दया तहं करी सहाई ।
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥ वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे ।
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥
शिव पंचाक्षर स्तोत्र